Last modified on 22 सितम्बर 2013, at 12:46

पिया यो छोडु नै आँचर, भोर भिनसरवा भेलै ना / मैथिली

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पिया यो छोडु नै आँचर, भोर भिनसरवा भेलै ना,
धनी ए बैसु मोर पलङ, अधिरतिया भेलै ना
भोरे जे उठबैइ, फूल लोढी लायब से दुनु मिली ना
पिया यौ गौरी के आराधब से दुनु मिली ना,
पिया यो छोडु नै आँचर ...

भोरे जे उठबैइ जल भरी लायब से दुनु मिली ना
पिया यौ गौरी के आराधब से दुनु मिली ना,
पिया यो छोडु नै आँचर ...

भोरे जे उठबैइ नैबेध किनी लायब से दुनु मिली ना
पिया यौ गौरी के आराधब से दुनु मिली ना,
पिया यो छोडु नै आँचर ...