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पुरुष घुसुर घुसुर धान कूटे / भोजपुरी

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पुरुष घुसुर घुसुर धान कूटे, धइ अटकावे केस।
हम त धनिया जात बजरिया, का पठइबों सनेस।।
घनिया लतातर के पत्ता, झोरा में के गोली।
उजड़ाडीह के शंख, हाथी के दू दन्त।।