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पूनम / सांवर दइया
Kavita Kosh से
रात : रूपाळी नार
चांद : टीको
आभो : चूंदड़ी
झिलमिल-झिलमिल करै
तारा : मोती
अमर रहीजे
सदा सुहागण तूं !