पूरुबे के परबत हे, बइसले कोहरवा हे,
तूहूँ भइया कोंहरा, गागर गढ़ि दे, हम धनि पनिया केजाइब हे।।१।।
दाखिने के परबत हे, बइसले सोनारवा हे,
तूहूँ भइया सोनरा, बेसरि गढ़ि दे, हम धनि पनिया के जाइ्र हे भला।।२।।
उतरे के परबत हे, बइसले पंड़ितवा हे,
तूहूँ भइया बभना, पोथिया बिचारहु, गवना के दिन नियराइ हे, भइया बभना।।३।।