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पृथ्वी / हरीश करमचंदाणी

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उसने बताया
वह तो बस माँ हैं
किसी वाद ,दर्शन या राजनीति से
उसका कुछ वास्ता नहीं
पर चश्मदीद गवाहों ने देखा था
वह सबको बराबर बराबर बाँट रही थी