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पेड़ां माथै बूंदां / लक्ष्मीनारायण रंगा
Kavita Kosh से
नानी मां री
काणीं रा
मोत्यां रा रूंख
सांपड़तेक
डाळ-डाळ
पत्ता-पत्ता
झळमळ-झळमळ करै
मोती