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पेड़ / मुकेश मानस
Kavita Kosh से
फूल देता है
फल देता है
छाँव देता है
फिर भी काट दिया जाता है।
विकास के नाम पर
बाँट जाता है।
1987, आधी अधूरी ज़िन्दगी से