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पौधे पालें / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
ख़ुशी खुशी से कहीं लगालें,
चलो-चलो हम पौधे पालें।
आज राम का जन्म दिवस है,
चलो मना लें धूम धाम से।
लाकर चार लगा दें पौधे,
जन्म दिवस के इसी नाम से।
चलो खाद कुछ पानी डालें।
पप्पू हुआ पास कक्षा में,
सबसे अधिक अंक आये हैं।
इसी ख़ुशी में आम नीम के,
दादाजी पौधे लाये हैं।
पप्पू से रोपण करवालें
बाबूजी के पुण्य दिवस पर,
नमन उन्हें झुककर करना है।
लाकर पौधे पाँच कहीं से,
धरती को अर्पण करना है।
उनकी ढेर दुआयें पालें।
आज हमारे मुन्नाजी का,
चयन हुआ सरकारी पद पर।
चलो लगा दो कुछ तो पौधे,
आंगन में या घर की छत पर।
आओ पर्यावरण बचा लें।
किसी तरह से किसी बहाने,
पौधे हमें लगाना ही हैं।
देकर पानी खाद प्रेम का,
दिन-दिन उन्हें बढ़ा ही है।
जीवन का यह लक्ष्य बनालें।