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प्यारा खरगोश / सुरेश विमल

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श्वेत बर्फ के गोले जैसा
लगता है नन्हा खरगोश

बूढ़ी नानी की गठरी-सा
लगता है नन्हा खरगोश

पर्वत पर बैठी बदली-सा
लगता है नन्हा खरगोश

दूर क्षितिज पर उगे चांद-सा
लगता है नन्हा खरगोश

रुई से भी अधिक मुलायम
लगता है नन्हा खरगोश

छोटे बड़े सभी को प्यारा
लगता है नन्हा खरगोश।