भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
प्यारू प्यारू गांव म्यारू स्योली / जितेंद्र मोहन पंत
Kavita Kosh से
प्यारू प्यारू गांव म्यारू स्योली
जन ब्या मा ब्योली।
नंदा कु मंदिर पावन,
शिवमंदिर जख महान,
देवतौं कु जख हूंद सम्मान,
धार्मिक गांव म्यारू स्योली
जन ब्या मा ब्योली।।
जात्यूं कु जख नीच अंत,
पर बंड्या कै रंदीन पंत,
जौंकि महानता अनंत,
कन भानि की जात या होली,
जन ब्या मा ब्योली।।
साग—सगोड़्यूं की इख छीं क्यारी,
चर्र्या तरफ दिखेंद हैरयाळि,
सबसे भलु गौं म्यारू सुंदर,
जन बरती क बीच म ब्योली
प्यारू प्यारू गांव म्यारू स्योली
जन ब्या मा ब्योली।