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प्यार करती हुई स्त्री / रणजीत
Kavita Kosh से
कैसी लगती है
अपनी साठवीं बरस गाठ पर
प्यार करती हुई स्त्री ?
झुर्रियाँ गायब हो जाती हैं उसके चेहरे से
आँखों में एक अद्भुत चमक आ जाती है
बिल्कुल एक सोलह साल की नवयुवती की तरह
चूमती है ताबड़तोड़ साठ साल की स्त्री
अपने सड़सठ साल के प्रेमी के
होठों, गालों और आँखों को।
प्यार, जाति और धर्म और वर्ग को ही नहीं लांघता
रूप, रंग और कद-काठी की ही उपेक्षा नहीं करता
उम्र को भी अतिक्रान्त कर जाता है अक्सर
एक बीमार और कुरूप व्यक्ति भी जब प्यार करता है
स्वस्थ और सुन्दर हो जाता है।
कैसे एक छह साल की बच्ची की तरह
उसकी गोद में दुबक जाती है
साठ साल की स्त्री
और शरारत भरी आँखों से मुस्कुराती है
बिल्कुल छह साल की खिलंदड़ बच्ची की तरह।