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प्यार का ये फ़लसफ़ा सच्चा है क्या? / अनीता मौर्या

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प्यार का ये फ़लसफ़ा सच्चा है क्या?
इश्क़ दिल में इश्क़ ही बोता है क्या?

मैं मुहब्बत के सफर में हूँ कहो
कोई रस्ता इससे भी अच्छा है क्या?

एक लड़के ने ये पूछा एक दिन
दिल मेरा दिल में तेरे रहता है क्या?

क्यूँ गुज़रने की तमन्ना सबको है
दिल हमारा आम सा रस्ता है क्या?

बादलों की ओट में छुप चाँद ये,
चांदनी से दूर हो रोता है क्या?