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प्यार में चिड़िया / कुलदीप कुमार

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एक चिड़िया
अपने नन्हे पंखों में
भरना चाहती है
आसमान

वह प्यार करती है

आसमान से नहीं
अपने पंखों से

एक दिन उसके पंख झड़ जायेंगे
और
वह प्यार करना भूल जायेगी
भूल जायेगी वह
अन्धड़ में घोंसले को बचाने के जतन
बच्चों को उड़ना सिखाने की कोशिशें

याद रहेगा सिर्फ़
पंखों के साथ झड़ा आसमान