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प्यार लुटाना सीख लिया / दीनानाथ सुमित्र
Kavita Kosh से
मैंने तुमसे प्यार लुटाना सीख लिया
आँसू के सँग गाना, गाना सीख लिया
लाखों रस्ते दुनिया में है जीने के
गम के आँसू को अमृत सम पीने के
हर स्थिति में साथ निभाना सीख लिया
मैंने तुमसे प्यार लुटाना सीख लिया
आँसू के सँग गाना, गाना सीख लिया
कागज कलम सभी के पर लिखते हैं कम
सभी छिपाते ही रहते बस अपने गम
मैंने अपना दर्द दिखाना सीख लिया
मैंने तुमसे प्यार लुटाना सीख लिया
आँसू के सँग गाना, गाना सीख लिया
जितना प्यार मिला माथे पर ले रक्खा
जीत-हार हर स्वाद जिन्दगी में चक्खा
मीठा-तीखा स्वाद बताना सीख लिया
मैंने तुमसे प्यार लुटाना सीख लिया
आँसू के सँग गाना, गाना सीख लिया