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प्रदूषण / राजेश कमल

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पहले
प्रतिस्पर्धियों का नाम दुश्मन रखा
फिर
दुश्मनों के चेहरे को रंग दिया
बनाया विद्रूप (जितना सम्भव था)
और फूँक दिया हवाओ में

हवाओं में तरंग उसी के मुसाहिब थे
या हवाएँ हीं उनकी दास थी
मालूम नहीं

लेकिन
तबसे ही तरंगों में तैर रहे हैं विद्रूप चेहरे
और तबसे ही
दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर इधर ही है