भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

प्रस्तावना:निवेदन-पंचक / भारतेंदु हरिश्चन्द्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वर्षा न होने पर सोमवार आषाढ़ शुक्ल द्वादशी सम्वत् 1933:सन् 1886: की ‘कवि वचन सुधा’ में यह रचना प्रकाशित की गई थी। इसके अगले अंक में सूचना है कि जिस दिन यह कविता प्रकाशित हुई, उसी दिन वर्षा हुई।