प्राचीन काल में यूनानी / कंस्तांतिन कवाफ़ी / सुरेश सलिल
अन्तिओक<ref>प्राचीन काल में सीरिया [असूरिया] की राजधानी। एक समय यह फ्रीगिया में था। अब पश्चिमी तुर्की में उसके भग्नावशेष हैं।</ref> गर्वोन्नत है अपने वैभवशाली भवनों से
अच्छे बाजारों से, चारों ओर की ख़ुशनुमा देहातों से
अपनी भरीपूरी आबादी से —
गर्वोन्नत है अपने ऐश्वर्यशाली राजाओं,
कलाकारों विद्वानों से भी
अपने सम्पन्न, साथ ही समझदार व्यापारियों से
किन्तु इस सबसे भी बढ़कर
अन्तिओक गर्वोन्नत है एक ऐसे नगर के रूप में
जिसे प्राचीन काल के यूनानियों ने,
बजरिए आयोन, अर्गोस<ref>यूनान का एक शहर। प्राचीन काल में स्वतन्त्र यूनानी नगर-राज्य।</ref> से जोड़ा
और अर्गोस के लोगों ने
इनाकोस की कन्या<ref>यूनानी पौराणिकी के अनुसार, अर्गोस के राजा इनाकोस की बेटी इओ को देवराज ज़ीअस चाहता था। जब वह वन में इओ से गुप्त वार्ता कर रहा था, तो उसकी पत्नी हेरा [जूनो] को सन्देह हो गया। अतः ज़ीअस ने इओ को एक गाय में रूपान्तरित कर दिया। हेरा ने पीछा करते हुए उसे दौड़ाया। वह बेचारी अपना बचाव करते न जाने कहाँ-कहाँ भटकती फिरी। अन्त में आयोन सागर तैर कर वह पार गई [उसी के नाम पर आयोन सागर का नामकरण हुआ] और थकान से चूर होकर एक जगह गिर गई और उसकी मृत्यु हो गई। उसकी स्मृति में, अर्गोस निवासी उसके भाई-बन्धुओं ने, वहाँ एक नगर बसाया। उसे अन्तिओक के रूप में जाना गया। 300 ई०पू० में सेलफ़कोस निकातोर ने अंतिओक में सीरिया की राजधानी स्थापित की।</ref> की स्मृति में जिसे बसाया।
[1927]
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल