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प्रार्थनाओं से कुछ न हुआ / योगेन्द्र दत्त शर्मा

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वही रहा परिणाम
प्रार्थनाओं से कुछ न हुआ !

अनहोनी की आशँका से
मन कातर-कातर
क्रमशः चुकता चला गया
भीतर का वैश्वानर
हुआ विधाता वाम
वन्दनाओं से कुछ न हुआ !

मन में लगता रहा
दुराशँकाओं का जमघट
दूर नहीं हो पाया
यों ही बना रहा सँकट
कुछ न आ सका काम
अर्चनाओं से कुछ न हुआ !

चित्त रहा उद्विग्न
दुराशँकाएँ नहीं टलीं
हाथ लगी उम्मीदें
भूलभुलैया में फिसलीं
कर्म हुआ निष्काम
कामनाओं से कुछ न हुआ !

जो होना था, वही हुआ
दुर्नियति नहीं बदली
व्यर्थ हुआ जप-तप
पत्थर की मूर्ति नहीं पिघली
पसरा दर्द अनाम
याचनाओं से कुछ न हुआ !

निष्फल हुए प्रयास
दुआएँ भी बेकार हुईं
झूठे पड़े उपाय
युक्तियाँ मिथ्याचार हुईं
केवल दुख अविराम
साँत्वनाओं से कुछ न हुआ !

विगलित हुए प्रणाम
साधनाओं से कुछ न हुआ !