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प्रार्थना / हुम्बरतो अकाबल / यादवेन्द्र
Kavita Kosh से
गिरजाघर के अन्दर
आपको
सुनाई देती है
सिर्फ़ प्रार्थना
वह भी उन दरख़्तों की
जिन्हें
काट कर
बना दिया गया है
बेंच।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र