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प्रिय मित्र, तुम प्यार में डूबे हो / हेनरिख हायने
Kavita Kosh से
मेरे प्रिय मित्र, डूबे हो तुम प्यार में,
और दे रही है पीड़ा नया दर्द तुम्हें ;
है अँधेरा छा रहा दिमाग में तुम्हारे,
है विवर्ण यह दिल तुम्हारा ।
मेरे प्रिय मित्र, डूबे हो तुम प्यार में,
और चाहते नहीं कबूल करना इसे तुम
देख रहा हूँ मैं ज्वाला तुम्हारे दिल की
हैं बनियान से तुम्हारी लपटें निकल रहीं ।।
मूल जर्मन से अनुवाद -- प्रतिभा उपाध्याय