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प्रेमिका का शहर / सुन्दरचन्द ठाकुर
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दुश्मन भी 
पनाह ले सकता है
रातभर में 
लामबन्द हो सकता है 
शहर
तुम्हारे 
एक इशारे पर
 
	
	

