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फागुन के आइल बहार हो बलमुआ / भोजपुरी होली गीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

फागुन के आइल बहार हो बलमुआ
छोड़ द नोकरिया घरे आव, आहे घरे आव ।।टेक ।।

घरहिं खिअइबो तोहे पूरी मिठइया
ऊपर से तोहके सेजिया सूताइब

हींक भरि जिअब लहालोट हो , बलमुआ-
छोड़ द नोकरिया घरे आव,आहे घरे आव ।।टेक ।।

कर्मेन्दु शिशिर के संग्रह से