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फिर जन्म लेता है नगर / श्रीकांत वर्मा
Kavita Kosh से
पौ फटी; हटता कुहर
अँधेरे के बाद भी कुछ
बच गया,
आता नज़र।
साफ़ पश्चिम की सड़क
पर
भागती
गुमनाम लड़की ने कहा,
फिर जन्म लेता है नगर!