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फिर भी / विजय चोरमारे / टीकम शेखावत
Kavita Kosh से
यह प्रदेश वैसे तो
है सूखाग्रस्त
नि
र
न्त
र
हाल ही में
हुई मूसलाधार बरसात
अब फिर से है सूखा
पिछले पन्ने से आगे तक
तब भी
भीतर फिर वहीँ
गहरी लपटें
क़दम-क़दम पर
नि
र
न्त
र
जानलेवा।
मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत