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बंदर और लंगूर / बालकृष्ण गर्ग

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बंदर का जब ब्याह हो गया
बंदरिया के साथ,
हनीमून को गया मसूरी
डाल हाथ–मे–हाथ।
किन्तु वहाँ काले मुँह वाले
देखे जब लंगूर,
घबराकर बंदरिया को ले
भागा उनसे दूर।
     [लोटपोट, सं॰ 333 6 अगस्त 1978]