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बंदर मामा / फुलवारी / रंजना वर्मा

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बंदर मामा पहन पजामा
लिये हाथ में थैला।
ऊपर से कुर्ता लटकाये
कुछ उजला कुछ मैंला॥
चले घूमने मस्ती में
पैरों में जूता डाले।
बालों में थे सेंट लगाये
उन के ठाठ निराले॥