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बंधन तो कट जायेंगे, जो लायकवर होय / गंगादास

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बंधन तो कट जायेंगे, जो लायकवर होय ।
नालायक के सौ गुरु, भरम सकैं ना खोय ।।

भरम सकैं ना खोय गुरु पूरे भी होवैं ।
बेल कहाँ से चले बीज कल्लर में बोवैं ।।

गंगादास वन बाँस पास होते ना चन्दन ।
जब तक कपट कपाट गुरु काटे ना बन्धन ।।