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बच्चे जानते हैं / गोविन्द माथुर
Kavita Kosh से
बच्चे जानते हैं
घर का अर्थ
बच्चे जानते हैं
हाथी के दाँत दिखाने के और
खाने के और होते हैं
हम बहुत कुछ
भूलते जा रहे हैं
बच्चे दिखाते हैं हमें
चिड़ि़याघर का रास्ता
बच्चे ले जाते हैं हमें
हमारे बचपन में
बच्चे जोडते हैं हमें
घर से, परिवार से
दुनिया से प्रकृति से
बच्चे ले जाते हैं हमें
अपने साथ स्वप्नलोक में
बच्चे जानते हैं
प्रेम का अर्थ
बच्चे सिखाते हैं
हमें प्रेम करना