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बच्चे (1) / सत्यनारायण सोनी
Kavita Kosh से
मेरे बच्चे
कितने समझदार हैं
भूखे पेट सो जाते हैं
और
चूं तक नहीं करते।
बच्चे
उनके भी समझदार हैं
जो आम के छिलके
हमेशा
कूड़ादान में ही डालते हैं।
1988