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बच्चे / मुकेश मानस
Kavita Kosh से
जो मर्ज़ी के मालिक होते हैं
और मन के सच्चे
भले होते हैं वे बच्चे
भली होती हैं
उनकी छोटी-छोटी ख्वाहिशें
छोटे-छोटे सपने
भली होती हैं
छोटी सी ख्वाहिश को
पूरा करने की
उनकी बड़ी-सी जिद्द
अपनी ख्वाहिशों की खातिर
कुछ कर गुजरते हैं जो बच्चे
भले होते हैं वो बच्चे
रचनाकाल:1995