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बच्चों का है प्यारा जुगनू / शोभा कुक्कल

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बच्चों का है प्यारा जुगनू
उनकी आंख का तारा जुगनू

करता है रातों को रौशन
रातों का उजियारा जुगनू

जगमग जगमग करने वाला
ज्यूँ आकाश का तारा जुगनू

जाता है आकाश की जानिब
बनने एक सितारा जुगनू

बैठ गया इक शाख़ पे आखिर
उड़ते उड़ते हारा जुगनू

बच्चे पीछे पीछे दौड़े
उन का राज दुलारा जुगनू

हाथ किसी के ये नहीं आता
बच्चे कहें हमारा जुगनू।