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बजरंग बली / विनय राय ‘बबुरंग’

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हे बजरंग बली बलवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।

गांव छोड़ि के चट्टी धइलऽ
सड़क छाप इंस्पेक्टर भइलऽ
आपन इज्जत अपने खइलऽ
देवता होके ई का कइलऽ
मजा गांव क अब ना मिली
दूध-मलाई अउर जलपान।
हे बजरंग बली बलवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।

चोर उचक्का डाकू देखऽ
गिरगिट अइसन बदलत देखऽ
अगल में देखऽ बगल में देखऽ
हर तीरथ हर मोड़ पर देखऽ
लाची दाना बांटि-बांटि के
मंदिर खातिर मांगे दान।
हे बजरंग बली बनवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।

तोहरे नावें रोटी सेंकाला
सुखले संख बजावल जाला
कुछ पइसा मंदिर में जाला
बाकी पइसा होली घोटाला
हई तिलस्मी मंदिर देखऽ
भीतर पाउच क दुकान।
हे बजरंग बली बलवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।

मंदिर पीछे बड़ी दलान
एक से एक आंवऽ जजमान
ऊपर से जै जै हनुमान
भीतर से करिया सैतान
काला धंधा रात रात भर
सगरो देस में करंऽ चलान।
हे बजरंग बली बलवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।

आवऽ हनुमत गांव में आवऽ
सुद्ध दूध मलाई पावऽ
जनि चट्टी पर नांव हंसावऽ
हमरी बाति के जनि ठुकरावऽ
पागल भइल जमाना बाटे
चट्टी पर सभही परधान
हे बजरंग बली बलवान
ई कइसन धइलऽ स्थान।।