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बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला / बल्ली सिंह चीमा
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बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला ।
अमन की बात करता है वो ख़ंजर बेचने वाला ।
विदेशी नीतियाँ अपनी बहुत ही याद आती हैं,
सड़क पर देखता हूँ जब कोई भी माँगने वाला ।
उन्हीं में फूट है यारों सिखाएँ एक होना जो,
वो पहने ताज बैठा है हमीं को बाँटने वाला ।
हसीं है वादी-ए-कश्मीर, जन्नत है यहाँ अब भी
मगर आता नहीं ’बल्ली’ कोई भी देखने वाला ।