मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ
सेहो रघुवंशी नेने जाय
आगू-आगू रघुबर, (पाछू-पाछू डोलिया)-2
ताहि पाछु लक्षुमन भाय
कथी केर डोलिया, केहन ओहरिया-2
कि लागि गेल बतिसो कहार
चानन केर डोलिया, (सबुज ओहरिया)से-2
कि लागि गेलई बतिसो कहार...
लऽ दऽ निकसल (विजुबन कहरिया)
जाहि वन ने अपन पराए
केओ जे कानय राजमहलिया
केओ कानय दरबार
केओ जे कानय मिथिला नगरिया
जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय
अम्मा जे कानय राजमहल मे
बाबा कानय दरबार
सखी सब कानय मिथिला नगरिया
जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय