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बताव / सत्येन जोशी
Kavita Kosh से
कोझी करी रे भाइड़ा
जावण पैला
नीं दुवा, नीं सलाम
किण नै दूं औळमौ बताव
जाणूं
गयौ थूं भी खाली हाथ
पछै कुण लेयग्यौ म्हारौ
काळजौ काढ