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बदलि जायत / ककबा करैए प्रेम / निशाकर

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एतेक तमसाउ नहि
एकदिन तामस प्रेममे बदलि जायत
एतेक दुख नहि करू
एकदिन दुख सुखमे बदलि जायत
एतेक गुमान नहि करू बदलि जुआनी पर
एकदिन जुआनी, बुढ़रीमे बदलि जायत
कोनो ने कोनो बहन्ना बना कऽ
एतेक हिंसा नहि करू
एकदिन हिंसा, प्रतिहिंसामे बदलि जायत।