बद्ध-सम्बद्ध: स्मृत-विस्मृत / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
ठाकुर बासुदेव झलकौलनि नवका टोल समस्त
संस्कृत-संस्कृति शिक्षा संस्थागत कत व्यक्ति प्रशस्त
दासे हरि अवधेश नरायन हरि पुनि कत जन शिष्य
भैया राजी हरि दुखमोचन करिअन कृती विशिष्य
सिया जानकी रामचरण शोभा हृदयक सम्बद्ध
नामदेव, नारायण बाबु अचोकहु अनत निबद्ध
मुक्ती बाबा ब्रजकिशोर केदार कुटुम्बी राय
गाम गामसँ संबंधी गण घर घर जुटल सहाय
ब्रज कुंजहु बिहारि पोखराम, रय गण देकुली धाम
उमा रमा, नेहराक, बबा बिन्हीक अफीमी बाम
पाहुन भाइ कका फुच्ची बुच्ची श्रद्धा कत नाम
मोहनाकेर ज्योतिषी बबा त्रिभुवनहु कन्हौली गाम
देखल राम प्रताप क्षात्र बल सिंहासन परतच्छ
छात्र बलहु कत सत्य देव गिरि कमल दीप जग स्वच्छ
सुरति मखान देवान-खानहुक चित्रगुप्त पूजाक
पन्नालाल केदार कत्थकी नृत्य नियत झूलाक
लाल बिहारि क गर्जन, जैन्तक तर्नन काशिक भोज
सोमन गुरुक भृकुटि, लालिक खिस्सा, जुलुमक सुर ओज
झपालक ओ झप, वृकोदर काशीनाथक वंक
अदरबदर बदरक, मूंगा - पंचुक मुरकट्टी अंक
लठिधर ठीठर, मोजि पितम्बर, शिक्षक दुनिया लाल
भुटकुन डोमी मकसूदन कत सुरति मुरति वश काल
गच्छ-गच्छ केर पच्छ-पच्छ केर जत जे कुल-परिवार
सभकेँ मन-मन सुमिरि-स्मृति क छाया सँ कय सत्कार