बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बना के अँगना गेंदी फूल कुसुंभ रंग फीकौ लागौ रे
बना के आजुल सजी है बरात सजन घर हलचल कंपै रे।
बना के सज गए तबल निसान पतुरिया ठमुका नाचै रे।
बना के दारू गोला साथ हवाई छूटत जावै रे।
बना के बाबुल सजी है बरात सजन घर हलचल कंपै रे।
बना के सज गए तबल...हवाई छूटत जावे रे।