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बनी ए थारे बाबा जी से कहियो / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बनी ए धारे बाबा जी से कहियो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो ओढ़ो ओढ़ो ए सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी
बनी ए थरे ताऊ जी से कहयो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो, ओढ़ो ओढ़ो ए सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी
बनी ए थरे बाब्बू जी से कहयो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो, ओढ़ो ओढ़ो स सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी