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बन्धन से एक साथ हारे / ठाकुरप्रसाद सिंह

बन्धन से एक साथ हारे

हम दोनों एक साथ प्यारे


सेमल और ताड़ वहाँ

मकड़े ने साधे

वैसे ही प्रेम हमें

जीवन में बांधे

हम हुए तुम्हारे प्रिय


तुम हुए हमारे