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बन्ने के गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बन्ने के गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ना तेरा क्या कहना,
बन्ने की महकी-2 चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ना तेरा क्या कहना
बन्ने के पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ना तेरा क्या कहना,

बन्ने के दादा खरचे नोट, बन्ने की दादी के उड़ गये होश
बन्ना तेरा क्या कहना

बन्ने के गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ना तेरा क्या कहना,
बन्ने की महकी-2 चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ना तेरा क्या कहना
बन्ने के पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ना तेरा क्या कहना,

बन्ने के पापा खरचे नोट, बन्ने की मम्मी के उड़ गये होश
बन्ना तेरा क्या कहना

बन्ने के गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ना तेरा क्या कहना,
बन्ने की महकी-2 चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ना तेरा क्या कहना
बन्ने के पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ना तेरा क्या कहना,

बन्ने के भईया खरचे नोट, बन्ने की भाभी के उड़ गये होश
बन्ना तेरा क्या कहना


बन्ने के गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ना तेरा क्या कहना,
बन्ने की महकी-2 चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ना तेरा क्या कहना
बन्ने के पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ना तेरा क्या कहना