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बरबाद मुहब्बत की दुआ साथ लिए जा / साहिर लुधियानवी

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बरबाद-ए-मुहब्बत की दुआ साथ लिए जा
टूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा साथ लिए जा
बरबाद-ए-मुहब्बत की दुआ...

इक दिल था, जो पहले ही तुझे सौंप दिया था
ये जान भी ऐ जान-ए-अदा साथ लिए जा

तपती हुई राहों से तुझे आँच न पहुँचे
दीवाने के अश्क़ों की घटा साथ लिए जा

शामिल है मेरा खून-ए-जिगर तेरी हिना में
ये कम हो तो अब खून-ए-वफ़ा साथ लिए जा

हम जुर्म-ए-मुहब्बत की सज़ा पाएँगे तन्हा
जो तुझसे हुई हो वो ख़ता साथ लिए जा
टूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा...