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बरिसन चाहे बदरबा गे दैया / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बरिसन चाहे बदरबा गे दैया
खन बरिसय खन गरजय गे दैया
दामिनि दमकय, खन बहय बयरबा
दादुर मोर पपीहा गाबय
विरह दगध भेल छतिया गे दैया
चारि मास हम आस लगाओल
घर नहि आयल पियरबा गे दैया
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस के
घुरि-फिरि करत निहोरा गे दैया
बरिसन चाहे बदरबा गे दैया