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बर्फ / केशव
Kavita Kosh से
सब अन्दाजे गलत निकले
कुछ इस तरह गिरी
बर्फ़
इस बार
या शायद गिरती है
इसी तरह
हरबार
सबसे बड़े पेड़ ने
अपने से छोटे पेड़ पर
उससे छोटे ने
अपने से छोटे पर
उस पेड़ ने
पौधे के कंधों पर
डाल दिया बर्फ़ का बोझ
पौधा उस बोझ को
कँधों पर रखे
मुस्कुरा रहा है
सबसे बड़ा पेड
यह देख-देख
बल खा रहा है।