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बर खोजन जब चललन बाबा हे, हाँथ गुलेल / मगही

मगही लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बर खोजन<ref>खोजने, ढूँढ़ने</ref> जब चललन बाबा हे, हाँथ गुलेल<ref>धनुष के आकार का बना अस्त्र, जिसके सहारे गोली फेंकी जाती है</ref> मुँह पान हे।
पुरूब खोजलन<ref>खोजा, ढूँढ़ा</ref> पछिम खोजलन, खोजलन मगह मनेर<ref>मगध प्रदेश का एक कसबा, जो सोन और गंगा के संगम पर बसा है और जो एक प्राचीन ऐतिहासिक गाँव है</ref> हे॥1॥
खोजइते खोजइते गेलन अजोधेया नगरी, मिलि गेलन राजकुमार हे।
राजा दसरथजी के चारियो बेटवा, हमें घर सीता कुँआर हे॥2॥

शब्दार्थ
<references/>