फँसी हुई
जैसे फड़फड़ाती है बंसी की मछली
वैसे फड़फड़ा रही है देह
मिट्टी होने का अर्थ
पानी होने का अर्थ
हवा होने का अर्थ
बदल रहा है धीरे धीरे
एक पति, दो पति, तीन पति
चार पति, पांच पति
क्या फर्क पड़ता है
कंचन काया के लिए
द्रोपदी चीखती है
मिट्टी होने के लिए
पानी होने के लिए
हवा होने के लिए
और देह छटपटाती है लगातर