भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बस्स, बहुत हो चुका / ओमप्रकाश वाल्‍मीकि

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


बस्स, बहुत हो चुका
रचनाकार ओमप्रकाश वाल्‍मीकि
प्रकाशक
वर्ष 1997
भाषा हिन्दी
विषय दलित कविता
विधा मुक्तछंद
पृष्ठ 96
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।