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बातचीत / एलीसिया पार्तनॉय / यादवेन्द्र
Kavita Kosh से
मैं तुमसे
कविता पर
बात कर रही हूँ,
और तुम हो,
कि कहते हो
हम खाना कब खाएँगे।
सबसे ज़्यादा
चुभने वाली
बात यह है,
कि सिर्फ़ तुम ही नहीं,
बला की भूखी हूँ मैं भी।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र