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बातें हम करें असल / अवधेश्वर प्रसाद सिंह
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बातें हम करें असल।
होंगे हम तभी सफल।।
करना मत कभी नकल।
बहरों पर करो अमल।।
महलों से गई निकल।
हर दिल से मिली ग़ज़ल।।
बागों में खिले सुमन।
कीचड़ में खिले कमल।।
सब मिलकर करें यतन।
विकसित हो नई पहल।।