भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बात करनी है, बात कौन करे / कुमार विश्वास

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बात करनी है, बात कौन करे
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे

हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं
चाँद ना हो तो रात कौन करे

हम तुझे रब कहें या बुत समझें
इश्क में जात-पात कौन करे

जिंदगी भर कि कमाई तुम थे
इस से ज्यादा ज़कात कौन करे